Published - 05 Nov 2021
भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां करीब 70 प्रतिशत आबादी कृषि और पशुपालन से जुड़ी हुई है। आज महंगे खाद, बीज के कारण खेती की लागत में बढ़ोतरी हो रही है उसकी तुलना में किसान की आमदनी में इतनी बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है। इसके लिए जरूरी है कि खेती की लागत को कम किया जाए। सरकार भी इसी दिशा में प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी पर बीज और खाद उपलब्ध कराया जाता है। वहीं कृषि मशीनों पर भी सब्सिडी का लाभ योजनाओं के तहत दिया जाता है। धान की बुवाई के बाद अब किसान गेहूं की बुवाई का काम शुरू करेंगे। इसके लिए उन्हें बीज व खाद की व्यवस्था के साथ ही उन्नत कृषि मशीनों की आवश्यकता होगी ताकि कम लागत पर बेहतर उत्पादन प्राप्त किया जा सके। बता दें कि धान की फसल की कटाई के बाद पराली की समस्या किसान के सामाने खड़ी हो जाती है और किसान भाई गेहूं की बुवाई समय पर करने के कारण धान के अवशेषों को खेत में ही जला देते हैं जिसके कारण प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो जाती है। हालांकि पराली जलाने पर सरकार की ओर से जर्माना और दंड दिया जाता है। पर किसान की मजबूरी होती है कि उसे खेत में ही पराली जलानी पड़ती है। धान की पराली की इस समस्या का हल सुपर सीडर मशीन से हो सकता है। इस मशीन की सहायता से किसान खेत की पराली को खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में कर सकते हैं जिससे कम खाद और उर्वरकों की आवश्यकता होती है और किसान के पैसों की बचत के साथ ही अधिक उत्पादन भी प्राप्त होता है।
सुपर सीडर में रोटावेटर, रोलर व फर्टिसीडड्रिल लगा है। सुपर सीडर को ट्रैक्टर के साथ 12 से 18 इंच खड़ी पराली के खेत में जुताई करते हैं। रोटावेटर पराली को मिट्टी में दबाने, रोलर समतल करने व फर्टिसीडड्रिल खाद के साथ बीज की बुवाई करने का काम करता है। दो से तीन इंच गहरे में बुवाई होती है।
• सुपर सीडर मशीन से खेत की एक बार जुताई करने से ही फसल अवशेष छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट जाते हैं और जमीन में मिल जाते हैं जो खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने का काम करते हैं।
• इस मशीन से जुताई करने पर समय व श्रम की बचत होती है।
• इस मशीन से खेत एक बार की जुताई में ही तैयार हो जाता है। जबकि गेहूं की जुताई के लिए दो से चार जुताई की जाती है। इससे फसल की लागत में कमी आएगी।
• सुपर सीडर मशीन का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है इसे हर कोई किसान सामान्य प्रशिक्षण के प्रयोग कर सकता है।
• सुपर सीडर मशीन से जुताई व बुवाई करने पर फसल को कम खाद व उर्वरकों की आवश्यकता पड़ती है।
• सुपर सीडर मशीन से बुवाई करने पर फसलों को सिंचाई की आवश्यकता होती है।
• सुपर सीडर के इस्तेमाल से पौधों के गिरने की संभावना भी कम रहेगी।
• सुपर सीडर मशीन की सहायता से खेत में 5 टन से अधिक फसल अवशेष की अवस्था में भी आसानी से खेत में बुवाई की जा सकती है।
• सुपर सीडर मशीन से जुताई करने पर 5 प्रतिशत अधिक उत्पादन और लागत में 50 प्रतिशत की कमी की जा सकती है।
• सुपर सीडर खेत में 5 टन से अधिक फसल अवशेष की अवस्था में भी आसानी से खेत की बोआई कर सकता है।
सुपर सीडर फसल अवशेषों को छोटे छोटे टुकड़ों में काट कर खेत में फैला देता है। मिट्टी के नीचे दब जाने से यह फसल अवशेष सडक़ कर जैविक खाद बन जाते हैं। सुपर सीड से गेहूं की सीधी बोआई हो जाती है। इसमें जहां बीज गिरना होता है वहीं खुदाई होती है। बीज के साथ उर्वरक भी चला जाता है। इस तरह खाद की कम लगता है। सुपर सीडर से सीधी बोआई में बीज, पानी, खाद और मजदूरी की भी बचत होती है। जबकि पैदावार में इजाफा होता है।
सुपर सीडर मशीन का मुख्य कार्य कंबाइन हारवेस्टर के साथ धान की कटाई के बाद एक ही ऑपरेशन में धान के अवशेषों को मिट्टी में मिला देती है। इस मशीन की सहायता से गेहूं, मक्का, दलहन अन्य फसल के बीज की बिजाई की जा सकती है।
• सुपर सीडर मशीन को चलाने के लिए 55 एचपी या इससे अधिक एचपी ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है।
• सुपर सीडर मशीन का वजन करीब 870 से 1000 किलो होता है।
• सुपर सीडर मशीन 12 से 18 इंच की खड़े धान के अवशेषों को मिट्टी में मिला सकता है।
• सुपर सीडर मशीन की सहायता से गहूं के बीज को 2-3 इंच की गहराई में बोया जा सकता है।
• सुपर सीडर में एक सरल और आसान पैमाइश प्रणाली है जिसको बीज के अनुसार बदला जा सकता है।
• मीटरिंग डिवाइस को बेहतर प्रदर्शन और स्थायित्व के लिए इसे एल्यूमिनियम और लोहे के मिश्रण के साथ डिजाइन किया गया है।
सुपर सीडर मशीन की कीमत कंपनी के ब्रांडों के आधार पर अलग-अलग होती है। सामान्यत: इसकी कीमत कम से 2 लाख रुपए से शुरू होती है। आप ट्रैक्टर जंक्शन की साइट पर जाकर इसकी कीमत और सुपर सीडर मशीन की खरीद के संबंध में जानकारी कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन किसानों के लिए एक भरोसेमंद ऑनलाइन प्लेटफार्म हैं, जहां किसानों की सुविधा के अनुसार ट्रैक्टर व कृषि उपकरण के खरीदने व बेचने की सुविधा उपलब्ध है। ट्रैक्टर जंक्शन पर आप महिंद्रा, शक्तिमान, जॉन डीरे, न्यू हॉलैंड, स्वराज्य, कुबोटा सहित अन्य नामी कंपनियों के सुपर सीडर व अन्य फसल बुवाई से संबंधित मशीनों के बारें जानकारी ले सकते हैं। किसान भाई यहां लॉगिन करके ऑनलाइन इसे प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।