खेत की तैयारी में मददगार बनेंगी ये 5 कृषि मशीनें

Share Product Published - 13 Apr 2021 by Tractor Junction

खेत की तैयारी में मददगार बनेंगी ये 5 कृषि मशीनें

जानें, इन मशीनों की विशेषताएं, लाभ, कीमत और सब्सिडी?

खेती एक सतत प्रक्रिया है जो निरंतर चलती रहती है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम चल रहा है और किसान भाईयों को खरीफ फसल की बुवाई का काम भी शुरू करना है। यदि समय पर ये कार्य पूरे हो जाते हैं तो पैदावार भी अच्छी मिलने की उम्मीद बन जाती है। इससे न केवल किसान को अच्छा लाभ ही नहीं मिलता अपितु उसकी मेहनत भी सफल हो जाती है। और फिर वे दोगुने उत्साह से खेती का काम पूरी लगन से करने में जुट जाता है। टै्रक्टर जंक्शन का सदा ये प्रयास रहता है कि वे किसान भाईयों को खेती से जुड़ी नई तकनीक, नए आधुनिक यंत्रों एवं मशीनों, नई उपज की किस्मों सहित ऐसी तमाम चीजों के बारे में पूर्ण जानकारी हो, इसके लिए हम समय-समय पर हमारे किसान भाईयों को इनसे अवगत कराते रहते हैं। आज हम आपको ऐसी 5 आधुनिक कृषि मशीनों की जानकारी दे रहे हैं जो आपको खेत की तैयारी करने में मदद करेंगी। तो आइए जानते हैं इन मशीनों के बारे में।

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ट्रैक्टर

खेती के काम आने वाले आधुनिक कृषि उपकरणों में ट्रैक्टर प्रमुख उपकरण है। यह एक ऐसी गाड़ी है जो कम चाल पर अधिक कर्षण बल (ट्रैक्टिव इफर्ट) प्रदान करने के लिए डिजाइन की गई होती है। यह अपने पीछे जुड़ी हुई कृषि उपकरण, सामान लदी ट्रैलर, ट्राली आदि खींचने का कार्य भी करता है। इसके ऊपर कुछ ऐसे कृषि उपकरण भी लगाए जाते हैं जिन्हें ट्रैक्टर से प्राप्त शक्ति से चलाया जाता है।

 

 

ट्रैक्टर की मदद से खेत की जुताई, बुवाई, सिंचाई, फसल की कटाई, ढुलाई आदि कार्य आसान हो जाते हैं, साथ ही कम समय किए जा सकते हैं। इसके साथ अन्य कृषि यंत्रों जैसे कल्टीवेटर, रोटावेटर, थ्रेसर, जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल आदि को जोडक़र खेती के काम किए जा सकते हैं। आजकल बाजार में कई नए मॉडल्स के ट्रैक्टर मौजूद हैं। वर्तमान में कई प्रतिष्ठित कंपनियां ने ट्रैक्टर के शानदार और आकर्षक डिजाइन सहित अत्याधुनिक तकनीक से लैस ट्रैक्टरों की शृंखला को बाजार में उतारा है। किसान अपनी पसंद और बजट के मुताबिक मॉडल्स का चुनाव कर सकते हैं।


कल्टीवेटर

कल्टीवेटर एक ऐसा उपकरण है जिसे टै्रक्टर के साथ जोडक़र चलाया जाता है। खेत की तैयारी में इसका काफी महत्वपूर्ण योगदान है। पुराने समय में खेत की जुताई का काम बैलों वाले हल की सहायता से किया जाता था। लेकिन अब यही कार्य कल्टीवेटर की मदद से आसानी पूरा किया जा सकता है वे भी कम समय और श्रम में। इतना ही नहीं इससे खेत की जुताई करने में खर्चा भी कम आता है।

 

 

इसके अलावा इसका उपयोग करने से भूमि की सख्त परत ढीली हो जाता है जिससे उसमें नमी का संरक्षण होता है जो बीजों बुवाई के लिए काफी फायदेमंद होता है। यही नहीं ये खरपतवारों को भी खेत में मिलाकर नष्ट कर देता है जो खेत में खाद का काम करते हैं। अब बात करें इसकी कीमत की तो इसकी अनुमानित कीमत 12 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक हो सकती है। इस मशीन को खरीदने के लिए सरकार की तरफ से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मिल सकती है।

 

रोटावेटर

ये यंत्र भी खेत की तैयारी के काम आने वाले यंत्रों में एक है। रोटावेटर की सहायता से खेत की जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए किया जाता है। इस यंत्र की सहायता से मिट्टी के ढेलों को तोड़ा जाता है। इतना ही नहीं इसकी सहायता से गेहूं, धान, मक्का, गन्ना सहित घासफूस आदि खरपतवारों या फसल अवशेषों के मिश्रण को मिट्टी में मिलाने का काम भी करता है। इस यंत्र की विशेषता यह है कि एक या दो बार में ही ये मिट्टी को बुवाई के लिए पूरी तरह तैयार कर देता है।

 

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इसके अलावा इसको खेतों में किसी भी मोड़ पर घुमाया जा सकता है। चाहे भूमि कैसे भी हो। ये सभी प्रकार की भूमियों की जुताई करने में सक्षम होता है। रोटावेटर की सबसे बड़ी विशेषता यह है की इससे जुताई करने के बाद खेतों में पाटा लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। अब बात करें इसकी कीमत की तो रोटावेटर की अनुमानित कीमत 50 हजार से लेकर 1.5 लाख रुपए तक हो सकती है। ये कंपनी पर निर्भर होगा कि आप किस कंपनी का रोटावेटर खरीदते हैं। कंपनी के हिसाब से इसकी कीमत अलग-अलग होती है। रोटावेटर खरीदने के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी भी प्रदान की जाती है जिसके लिए समय-समय पर सरकार की ओर से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।


मल्टीक्रॉप थ्रेसर

कटाई यंत्रों में थ्रेसर का उपयोग आजकल ज्यादातर किसान करते हैं। मल्टीक्रॉप थ्रेसर किसानों के लिए एक बहुत उपयोगी मशीन है। इस उपकरण की मदद से 20 से अधिक फसलों की गहाई यानि की फसल के दाने को अलग किया जाता है। यह मशीन कम समय और कम लागत में फसल से दाने को अलग करती है। बहुत से किसान इस मशीन को किराए पर चलाकर भी अच्छी आमदनी कर रहे हैं।

 

 

मल्टीक्रॉप थ्रेसर मशीन से गेहूं, सरसों, सोयाबीन, तुअर, बाजरा, मक्का, जीरा, डालर चना, सादा चना, देशी चना, ग्वार, ज्वार मूंग, मोठ, ईसबगोल, मसूर, राई, अरहर व मूंगफली जैसी फसलों के दाने साफ-सुथरे तरीके से निकाले जाते हैं। यह मशीन फसल के दाने और भूसे को अलग-अलग करती है। अब बात करें इसकी कीमत की तो इसकी अनुमानित कीमत 50 हजार रुपए से लेकर 4 लाख रुपए तक हो सकती है। थ्रेसिंग परफॉरमेंस और गुणवत्ता के अनुसार इनकी कीमत निर्धारित होती है। इस मशीन को खरीदने के लिए सरकार की ओर से समय-समय पर सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। सब्सिडी के लिए पात्रता व नियम अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होते हैं। सामान्यत: लघु, सीमांत एवं महिला किसानों को 50 प्रतिशत व बड़े किसानों को 40 प्रतिशत तक सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है।


कम्बाइन हार्वेस्टर

वर्तमान में कम्बाईन से अधिकतर गेहूं की फसल काटी जाती है जो कि रबी की प्रमुख फसल है। कम्बाइन हार्वेस्टर एक बहुउपयोगी व उन्नत कृषि उपकरण है जो खड़ी फसलों जैसे गेहूं, धान, चना, सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी व मूंग की कटाई, कुटाई (दौनी) व दानों की सफाई में काम आता है। इस मशीन का उपयोग करने से एक ओर जहां श्रम लागत घटती है वहीं समय की भी बचत होती है। इस मशीन के उपयोग से किसान खेती के कार्यों को सुगमता से करके अपना मुनाफा बढ़ा सकता है।

 

 

बाजार में तीन तरह के हार्वेस्टर उपलब्ध हैं जिनमें स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर, टै्रक्टर चालित कम्बाइन हार्वेस्टर तथा मिनी हार्वेस्टर। अब बात करें इसकी कीमत की तो इसकी अनुमानित कीमत 10 लाख रुपए से लेकर 50 लाख के बीच होती है। इसे खरीदने के लिए सरकार की ओर से सामान्यत: लघु, सीमांत व महिला किसानों को 50 प्रतिशत व बड़े किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए समय-समय पर राज्य सरकारें अपने क्षेत्र के किसानों से आवेदन आमंत्रित करती हैं।


कहां से करें कृषि यंत्रों की खरीद

ट्रैक्टर जंक्शन किसानों के लिए एक भरोसेमंद ऑनलाइन प्लेटफार्म हैं जहां किसानों की सुविधा के अनुसार ट्रैक्टर व कृषि उपकरण के खरीदने व बेचने की सुविधा उपलब्ध है। ट्रैक्टर जंक्शन पर कई कंपनियों के कृषि यंत्र उपलब्ध है। आप इसे यहां लॉगिन करके ऑनलाइन इसे प्राप्त कर सकते हैं।

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