Published - 22 Sep 2020 by Tractor Junction
कृषि बिलों के विरोध में चारों ओर हो रहे विरोध के बीच कृषि लागत व मूल्य आयोग की सिफारिशों को मानते हुए केंद्र सरकार ने रबी विपणन वर्ष 2021-22 के लिए रबी की फसल का नया एमएसपी घोषित कर दिया। राजनीतिक विश्लेषकों की अनुसार रबी की फसल की बुवाई शुरू होने से पहले से ही एमएसपी घोषित करने के पीछे सरकार किसानों को विश्वास में लेना चाहती है ताकि समर्थन मूल्य पर खरीद को बंद करने जैसी उनकी गलगफहमी दूर हो सके। इसी के साथ सरकार ने यह भी कहा है कि सरकार का समर्थन मूल्य पर किसानों ने उपज खरीदना जारी रहेगा। कृषि बिलों के लागू होने के बाद भी एमएसपी यानि समर्थन मूल्य पर उपजों की खरीद जारी रहेगी। इधर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि सरकार ने रबी की 6 फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है और अब इसी समर्थन मूल्य पर इस वित्तीय वर्ष रबी उपजों की खरीद की जाएगी। आइए जानते हैं सरकार ने रबी की किस-किस फसल का एमएसपी कितना बढ़ाया है।
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कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में सोमवार शाम एमएसपी में वृद्धि के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि गेहूं, चना, मसूर, सरसों, जौ और कुसुम का एमएसपी बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में एमएसपी बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसमें गेहूं का एमएसपी 50 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1975 रुपए कर दिया गया है। इससे गेहूं किसानों को लागत पर 106 फीसदी तक लाभ मिलेगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने सदन को बताया कि सीसीईए ने चना के समर्थन मूल्य में 4.6 फीसदी यानी 225 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का फैसला किया है. इससे चने का एमएसपी 5,100 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। इससे किसानों को लागत के मुकाबले 78 फीसदी का मुनाफा होगा। वहीं, मोटे अनाज में जौं के समर्थन मूल्य में 4.9 फीसदी या 75 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़त की गई है और इसका एमएसपी 1,600 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। इससे किसानों को लागत पर 65 फीसदी का मुनाफा होगा।
संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री तोमर ने बताया कि सीसीईए ने मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,100 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। इसके एमएसपी में 6.3 फीसदी यानी 300 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। इससे किसानों को लागत पर 78 फीसदी मुनाफा होगा। वहीं, सरसों व रेपसीड का समर्थन मूल्य 5.1 फीसदी यानी 225 रुपए बढ़ाकर 4,650 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
कुसुम का एमएसपी 112 रुपए बढ़ाकर 5,327 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इसके अलावा धान का एमएसपी बढ़ाकर 1868 रुपए, उड़द का 6,000 रुपए, मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 7,196 रुपए और मूंगफली का एमएसपी 5,275 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
उपज | वर्ष 2019-20 | वर्ष 2020-21 | मूल्य में अंतर |
---|---|---|---|
गेहूं | 1925 रुपए | 1975 रुपए | +50 रुपए |
चना | 4875 रुपए | 5,100 रुपए | +225 रुपए |
मसूर | 4,800 रुपए | 5,100 रुपए | +300 रुपए |
कुसुम | 5215 रुपए | 5,327 रुपए | +112 रुपए |
सरसों | 4425 रुपए | 4,650 रुपए | +225 रुपए |
जौ | 1525 रुपए | 1600 रुपए | +75 रुपए |
(उपरोक्त भाव प्रति क्विंटल में दिए गए हैं। (+) का अर्थ एमएसपी में हुई बढ़ोतरी से है।)
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