प्रकाशित - 27 Sep 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
कई जगहों धान की कटाई का काम शुरू हो गया है। इसे देखते हुए राज्य सरकारों की ओर से किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज खरीदने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए तारीखों का ऐलान भी किया जा रहा है। इसी क्रम में हरियाणा सरकार ने एक अक्टूबर से एमएसपी पर धान की खरीद करने का फैसला किया है। इसके लिए 200 मंडियों में धान की खरीद की व्यवस्था की गई है। इस बार हरियाणा सरकार ने किसानों से 55 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है। राज्य में धान की खरीद 15 नवंबर तक जारी रहेगी। हरियाणा में इस बार धान की खरीद व्यवस्था में काफी परिवर्तन किया गया है। इसके तहत मंडी में लगने वाली मार्केट फीस में भी परिवर्तन किया गया है। वहीं धान की औसत पैदावार को लेकर भी नए मापदंड निर्धारित किए हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसानों को हरियाणा में एक अक्टूबर से शुरू होने वाली धान खरीद और इसको लेकर की गई व्यवस्था के संबंध में जानकारी दे रहे हैं ताकि किसानों को एमएसपी पर उपज बेचने में कोई परेशानी नहीं आए।
हरियाणा सरकार ने इस बार धान खरीद व्यवस्था में काफी परिवर्तन किया है। इसके तहत राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि जिन क्षेत्रों में धान की अच्छी पैदावार होती है, उन क्षेत्रों में औसत पैदावार 30 क्विंटल प्रति एकड़ मानी जाएगी। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में औसत पैदावार 28 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित की गई है।
इस साल हरियाणा सरकार ने मार्केट फीस को लेकर फैसला लिया है। इसमें यह फैसला लिया गया है कि जो धान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर नहीं खरीदा जाता है, जैसे बासमती व डुप्लीकेट बासमती, उस पर 4 प्रतिशत मार्केट फीस की जगह अब सीधा 100 रुपए प्रति क्विंटल फीस लगेगी, जिसमें से 50 रुपए मंडी बोर्ड को जाएंगे और 50 रुपए हरियाणा ग्रामीण विकास फंड में उपकर के रूप में जमा होंगे।
इस वर्ष हरियाणा सरकार की ओर से किसानों की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में मंडियों की व्यवस्था की गई है। इसके तहत धान की खरीद के लिए सबसे ज्यादा 201 मंडियों में व्यवस्था की है। इसके अलावा अन्य खरीफ फसलों मेें बाजरा की खरीद के लिए 86 मंडियां, मक्का की खरीद के लिए 19 मंडियां, मूंग की खरीद के लिए 38 मंडियां, सूरजमूखी की खरीद के लिए 9 मंडियां, मूंगफली की खरीद के लिए 7 मंडियां, तिल की खरीद के लिए 27 मंडियां, अरहर की खरीद के लिए 22 मंडियां तथा उड़द की खरीद के लिए 10 मंडियों में व्यवस्था की गई हैं।
इस वर्ष खरीफ सीजन सत्र 2022-23 के दौरान धान के अलावा बाजरा, मक्का, मूंग, सूरजमुखी, मूंगफली, तिल, अरहर और उड़द आदि फसलों की खरीद भी की जाएगी। इसमें मूंग की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू होगी जो 15 नवंबर 2022 तक जारी रहेगी। वहीं मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से शुरू होगी जो 31 दिसंबर 2022 तक की जाएगी। इसके अलावा अरहर, उड़द और तिल की खरीद 1 दिसंबर से शुरू की जाएगी जो 31 दिसंबर 2022 तक जारी रहेगी।
हरियाणा मेें धान सहित अन्य फसलों की खरीद भारत सरकार की ओर से घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी। इस खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए जो केंद्र सरकार की ओर से खरीफ फसलों का एमएसपी जारी किया है, वे इस प्रकार से है-
किसानों की सुविधा के लिए हरियाणा सरकार की ओर से हेल्प डेस्क बनाई गई है। किसान फसल बेचने मेें आ रही किसी भी प्रकार की समस्या की शिकायत इस हेल्प डेस्क के जरिये कर सकते हैं। इस हेल्प डेस्क पर मार्केटिंग बोर्ड, कृषि व संबंधित विभाग के अधिकारी तैनात होंगे जो किसानों की समस्या का समाधान करेंगे।
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