Published - 27 May 2021
by Tractor Junction
यास तूफान में बंगाल ने बंगाल में भारी तबाही मचाई है। इससे यहां काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा देश में कई स्थानों पर तेज आंधी एवं बारिश हो रही है। ऐसे में सरकार द्वारा चल रही रबी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी भी प्रभावित हुई है। आने वाले दिनों में तेज बारिश की संभावना को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने कुछ जिलों में 2 दिनों के लिए गेहूं की खरीद पर रोक लगा दी है। इस संबध में मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री फैज अहमद किदवई ने मीडिया को बताया कि आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी के दृष्टिगत रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभाग के 15 जिलों में 27 और 28 मई को गेहूं उपार्जन का काम स्थगित किया गया है।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
राज्य के रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभाग के 15 जिलों रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, डिंडोरी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा जिलों में 27 एवं 28 मई को गेहूं की खरीदी नहीं होगी। जिला अधिकारियों को कहा गया है कि वह उपार्जन केंद्रों पर उपलब्ध स्कंध पक्के प्लेटफार्म पर स्टेकिंग लगाकर तिरपाल से बांधकर सुरक्षित रखें। इसके साथ ही स्कंध के पास स्थित कवर्ड भंडारण उपलब्ध होने की स्थिति में उसमें भी स्थाई स्कंध का भंडारण कराया जाए।
जिन किसानों को 27 एवं 28 मई को उपार्जन के लिए आमंत्रित किया गया है ऐसे किसानों से अब 30 एवं 31 मई को उनकी फसल खरीदी जाएगी। इस संबंध में शीघ्र ही उन्हें एसएमएस के माध्यम से किसानों को अवगत कराया जाएगा।
बारिश भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र की चेतावनी के अनुसार 27 से 29 मई के दौरान भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, धार, इंदौर, अलीराजपुर, बडवानी, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, देवास, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन, अशोक नगर, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी, उमरिया, अनूपपुर, शाडोल, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाडा, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंगपुर, सिवनी, मंडला, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, सागर, टीकगढ़, पन्ना, दमोह, बैतूल हरदा एवं होशंगाबाद जिलों में कही-कहीं कुछ स्थानों पर आंधी तूफान एवं गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
इस वर्ष भी अब तक एक करोड़ 8 लाख 173 मीट्रिक टन गेहूं किसानों से उपार्जित किया जा चुका है। इससे 21 हजार 334 करोड़ 32 लाख रुपए किसानों के खाते में जाएंगे। अभी तक एक हजार 522 करोड़ से भी ज्यादा राशि किसानों के खाते में डाली जा चुकी है। बता दें कि प्रदेश में 4660 खरीदी केंद्र स्थापित किए गए हैं। खरीदी केंद्रों पर सरकार द्वारा जारी कोविड-19 का पालन करते हुए गेहूं का उपार्जन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष मध्यप्रदेश ने रिकॉर्डेड एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन कर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
मध्यप्रदेश में खरीफ सीजन के लिए 272 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खरीफ 2021 की तैयारियों की समीक्षा बैठक में बताई गई। बैठक में बताया गया कि खरीफ 2021 के प्रस्तावित कार्यक्रम में 149.57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र खरीफ फसलों से क्षेत्राच्छादित करने तथा 272 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खरीफ सीजन में किसानों को यूरिया व उर्वरकों की कमी नहीं आए इसके लिए यूरिया की उपलब्धता 31 मई 2021 तक 5.50 लाख मीट्रिक करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तरह डीएपी की उपलब्धता 4.50 लाख मीट्रिक टन करने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य शासन द्वारा डीएपी का प्रदेश के लिए आवंटन बढ़ाने एवं प्रदाय के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खरीफ 2021 के लिए किसानों को बीज और उर्वरकों की आपूर्ति समय पर सुनिश्चित की जाए। कृषकों को किसान कल्याण की सभी योजनाओं का लाभ पारदर्शी ढंग से दिलाया जाए।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।