एमएसपी : जानें, किस राज्य से कितना गेहूं खरीदी का है सरकारी अनुमान?
इस साल के शुरुआत में रबी की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जानी है। इसको लेकर कई राज्यों में इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। किसानों से फसल खरीदी को लेकर पंजीकरण किया जा रहा है ताकि खरीदी होने पर किसानों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। पंजाब, हरियाणा, यूपी और मध्य प्रदेश समेत गेहूं उपजाने वाले राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए प्रक्रिया शुरु हो गई है। इसके लिए पंजीकरण किए जा रहे हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी को लेकर दावा किया जा रहा है कि इस बार गेहूं की खरीद अन्य सालों के मुकाबले अधिक होगी।
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इस बार सबसे ज्यादा गेहूं की खरीद मध्यप्रदेश व पंजाब से होने का अनुमान
मीडिया में प्रकाशित खबरों के आधार पर केंद्र सरकार ने अनुमान जताया है कि मौजूदा खरीद वर्ष में पिछले साल (389.93 लाख मीट्रिक टन) की अपेक्षा 9.56 फीसदी अधिक होगी। इस बार भी सबसे ज्यादा गेहूं की खरीद मध्य प्रदेश से होने का अनुमान है। जबकि दूसरे नंबर पर पंजाब होगा।
न्यूनतम समर्थन मूल्य : कुल 427.363 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का अनुमान
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के बयान के अनुसार आगामी रबी विपणन सीजन (आरएमएस) 2021-22 के दौरान कुल 427.363 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का अनुमान लगाया गया है जो रबी विपणन सीजन 2020-21 के दौरान हुई 389.93 लाख मीट्रिक टन से 9.56 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह वर्तमान चालू खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 की आगामी रबी फसल के दौरान (रबी फसल) में चावल की कुल 119.72 लाख मीट्रिक टन खरीद का अनुमान लगाया गया है, जो केएमएस 2019-20 के दौरान (रबी फसल) में हुई चावल की खरीद 96.21 लाख मीट्रिक टन से 24.43 प्रतिशत अधिक है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए रबी की फसलों के लिए तय न्यूनतम समर्थन मूल्य
केंद्र सरकार की ओर हर साल बुआई के पूर्व ही फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित कर दिए जाते हैं। इस वर्ष भी केंद्र सरकार ने रबी सीजन की मुख्य 6 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिए हैं जो इस प्रकार है-
- गेहूं-1975 रुपए प्रति क्विंटल
- जौ- 1600 रुपए प्रति क्विंटल
- चना- 5100 रुपए प्रति क्विंटल
- मसूर- 5100 रुपए प्रति क्विंटल
- रेपसीड एवं सरसों- 4650 रुपए प्रति क्विंटल
- कुसुम- 5327 रुपए प्रति क्विंटल
किस राज्य के लिए कितना गेहूं खरीदी का है अनुमान
उत्तर प्रदेश में 55 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जबकि सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में 135 लाख मीट्रिक टन, दूसरे नंबर पर पंजाब 130 लाख मीट्रिक टन और हरियाणा से 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का अनुमान है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) सचिव ने 2 मार्च को दिल्ली में आगामी रबी विपणन सीजन 2021-22 के दौरान गेहूं और केएमएस 2020-21 की (रबी फसल) के दौरान चावल की खरीद व्यवस्था पर चर्चा के लिए राज्य खाद्य सचिवों की एक बैठक की थी।
देश के 12 गेहूं उत्पादक राज्यों में खरीद का अनुमान
ग्राफ साभार-पीआईबी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान देश में गेहूं की कुल खरीद 427.363 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है। जिसमें राज्यवार गेहूं की खरीद का अनुमान इस प्रकार से है-
- मध्य प्रदेश- 135.00 लाख मीट्रिक टन
- पंजाब- 130.00 लाख मीट्रिक टन
- हरियाणा- 80.00 लाख मीट्रिक टन
- उत्तर प्रदेश- 55.00 लाख मीट्रिक टन
- राजस्थान- 22.00 लाख मीट्रिक टन
- उत्तराखंड -2.20 लाख मीट्रिक टन
- गुजरात-1.5 लाख मीट्रिक टन
- बिहार-1.00 लाख मीट्रिक टन
- हिमाचल प्रदेश-0.06 लाख मीट्रिक टन
- महाराष्ट्र-0.003 लाख मीट्रिक टन
- दिल्ली-0.50 लाख मीट्रिक टन
- जम्मू और कश्मीर-0.10
एमपी और यूपी में इस तारीख से शुरू होगी गेहूं की खरीद
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश सरकार ने अपने राज्य में रबी फसल की खरीद जिसमें गेहूं की खरीद को लेकर तिथि की घोषणा कर दी है। इसके अनुसार मध्यप्रदेश में 15 मार्च एवं यूपी में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण किए जा रहे हैं। वहीं हरियाणा में गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर पंजीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
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