Published - 03 Dec 2020 by Tractor Junction
मूंगफली को सर्दी का मेवा भी कहा जाता है। व्रत, उपवास आदि में साथ ही अन्य अवसरों पर रेसिपी बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। मूंगफली खाने से कई फायदे मिलते है। यह ब्लड शुगर और वजन घटाने में सहायक है। इसके अलावा इसके सेवन से कई रोगों में फायदा होता है। मूंगफली प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन ई, मैग्नीशियम, फॉलेट, कॉपर और आर्जिनिन होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि मूंगफली वजन घटाने के लिए भी उपयोगी हो सकती है और हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकती है।
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100 ग्राम कच्ची मूंगफली में कैलोरी - 567, प्रोटीन - 25.8 ग्राम, वसा - 49.2 ग्राम (संतृप्त - 6.28 ग्राम, मोनोअनसैचुरेटेड - 24.43 ग्राम, पॉलीअनसेचुरेटेड - 15.56 ग्राम), कार्ब्स-16.1 ग्राम, चीनी - 4.7 ग्राम, फाइबर - 8.5 ग्राम और 7 प्रतिशत पानी पाया जाता है।
मूंगफली खाने के कई फायदे हैं। मूंगफली खाने से आश्चर्यजनक लाभ मिलते हैं। बेशर्त है इसका सेवन सही मात्रा व तरीके से किया जाए।
मूंगफली के सेवन से बालों व त्वचा को फायदा होता है। मूंगफली में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड का अधिक स्तर शामिल है जो स्कैल्प को मजबूत और बालों के विकास के लिए बेहद फायदेमंद है। मूंगफली एल आर्जिनाइन का बहुत अच्छा स्त्रोत है, यह एक अमीनो एसिड है जो पुरुषों में गंजेपन के इलाज के लिए बहुत उपयोगी है और बालों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मूंगफली का सेवन से दिल को मजबूत करने में सहायक है। इससे हार्ट अटैक के खतरा कम हो जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से मूंगफली खाते हैं, उनमें हार्ट स्ट्रोक या बीमारी से मरने की संभावना बहुत कम होती है। मूंगफली और अन्य नट्स खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) के स्तर को भी कम कर सकते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल से रक्त वाहिकाओं पर पट्टिका विकास हो सकता है और मूंगफली इसे रोक सकती है। मूंगफली भी सूजन को कम कर सकती है जो हृदय रोग का कारण बन सकती है। मूंगफली में भी दिल की समस्याओं से लडऩे में मदद करता है।
मूंगफली में भरपूर मात्रा में मैग्रीशियम पाया जाता है जो हमारे तंत्रिका तंत्र, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को शांत करके त्वचा के लिए बेहतर रक्त प्रवाह प्रदान करता है। इससे आपको एक युवा और स्वस्थ त्वचा मिलती है। मूंगफली में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन एक एंटीऑक्सीडेंट है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा त्वचा की सूचन कम करने में भी मूंगफली का प्रयोग फायदेमंद है। इससे सोरायसिस और एक्जिमा जैसे त्वचा रोगों का इलाज भी किया जाता है। मंूगफली में मौजूद फैटी एसिड भी सूजन और त्वचा की लालिमा को कम करता है। मूंगफली में मौजूद फाइबर विषाक्त पदार्थों और कचरे को बाहर निकालने के लिए आवश्यक है। शरीर के अंदर विषाक्त पदार्थ त्वचा पर डल्नस और अतिरिक्त तेल के कारण होते हैं। नियमित रूप से मूंगफली सेवन आपको एक स्वस्थ त्वचा देने में मदद करता है।
शरीर में सेरोटोनिन का कम स्तर डिफ्रेशन या अवसाद को उत्पन्न करता है। मूंगफली में मौजूद ट्रिप्टोफेन इस रसायन को निकालने में मदद करता है। खतरनाक बीमारियों को दूर रखने और स्वस्थ रहने के लिए प्रत्येक सप्ताह दो बड़े चम्मच मूंगफली के मक्खन का सेवन करना लाभप्रद रहता है।
मूंगफली में विटामिन बी 3 या नियासिन तत्व होते हैं जिनके कई स्वास्थ्य लाभों में मस्तिष्क की सामान्य कार्यप्रणाली के साथ-साथ स्मरण शक्ति को भी बढ़ाना शामिल है। इसका उपयोग पढऩे वाले बच्चों के लिए खास कर फायदेमंद साबित हो सकता है।
मूंगफली वजन कम करने में भी सहायक है। मूंगफली में प्रोटीन और फाइबर होते हैं। ये दोनों पोषक तत्व भूख को कम करते हैं। इसलिए भोजन के बीच में कुछ मूंगफली खाने से आपकी भूख कम हो सकती है जिससे वजन कम करने में मदद मिलेगी। रोजाना मूंगफली का सेवन करने से जल्दी ही वजन कम होने लगता है।
मूंगफली का सेवन पित्त पथरी के कम जोखिम से भी जुड़ा हुआ है। एक सप्ताह में मूंगफली को शामिल करने वाले 5 या अधिक नट्स वाले पुरुषों में पित्त पथरी की बीमारी का खतरा कम होता है। इसी तरह जो महिलाएं एक हफ्ते में 5 या उससे अधिक यूनिट नट्स का सेवन करती हैं उनमें कोलेसीस्टेक्टॉमी (पित्ताशय की थैली को हटाने) का जोखिम कम होता है।
मूंगफली में पॉलीफीनॉलिक नामक एंटीऑक्सीडेंट की अधिक मात्रा मौजूद होती है। पी-कौमरिक एसिड में पेट के कैंसर के जोखिम को कम करने की क्षमता होती है। मूंगफली विशेष रूप से महिलाओं में पेट के कैंसर को कम कर सकती है। दो चम्मच मूंगफली के मक्खन का कम से कम सप्ताह में दो बार सेवन करने से महिलाओं व पुरुषों में पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।
मूंगफली का सेवन अल्जाइमर जैसी बीमारियों में भी लाभदायक है। इसमें रेसवेरट्रोल नामक एक यौगिक होता है जो मृत कोशिकाओं को कम करने, डीएनए की रक्षा करने और अल्जाइमर रोगियों में तंत्रिका संबंधी क्षति को रोकने के लिए फायदेमंद है। उबाली हुई या भुनी हुई मूंगफली ज्यादा लाभकारी होती है, क्यूंकि ये रेसवेरट्रोल के स्तर को बढ़ा देती है। अध्ययनों से पता चला है कि नियासिन में समृद्ध खाद्य पदार्थ जैसे कि मूंगफली, अल्जाइमर रोग के खतरे को 70 प्रतिशत तक कम कर सकती हैं।
मूंगफली में अच्छी मात्रा में फोलेट भी होता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि जिन महिलाओं ने गर्भावस्था के पहले और दौरान 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड की दैनिक खपत की थी, उनमें एक गंभीर तंत्रिका ट्यूब दोष के साथ पैदा होने वाले बच्चे के जन्म का खतरा 70 प्रतिशत तक कम हो गया।
कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि चूंकि मूंगफली में सभी अमीनो एसिड और प्रोटीन होते हैं, इसलिए वे बालों के विकास के लिए आहार का अच्छा पूरक हो सकते हैं।
आप मूंगफली या मूंगफली कई तरीकों से खा सकते हैं - कच्चा, तला हुआ या भुना हुआ हो सकता है। इसे दैनिक आधार पर खाने का सबसे अच्छा तरीका सलाद के रूप में है। आप अपने नाश्ते के अनाज को मूंगफली के साथ भी डाल सकते हैं या इसे जमे हुए दही में मिला सकते हैं।
मूंगफली की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका सेवन ज्यादातर सर्दियों के मौसम में ही किया जाता है। पर ध्यान रखें कि सीमित रूप से ही इसका सेवन करें। मूंगफली का अधिक मात्रा में सेवन आपके शरीर में अन्य प्रकार की समस्या उत्पन्न कर सकता है। मूंगफली का अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी भी हो सकती है, जो कई बार मौत का कारण भी हो सकती है। संवेदनशील त्वचा के लिए मूंगफली बहुत ही घातक होती है। मुंह में खुजली, गले और चेहरे पर सूजन आदि इसके एलर्जी के ही लक्षण होते हैं। कई बार सांस लेने में परेशानी, अस्थमा अटैक भी हो सकता है। इसके अधिक सेवन से पेट में गैस की समस्या हो सकती है। इसलिए किसी भी प्रकार के दुष्परिणाम होने पर डाक्टर से सलाह लें और जब तक ठीक नहीं हो जाते हैं तब तक किसी भी प्रकार के सूखे मेवे का सेवन न करें।
नोट- यहां दी गई जानकारी सिर्फ सामान्य अनुभवों व शोधों में सामने आए परिणामों पर आधारित है। अलग-अलग व्यक्तियों की तासीर के अनुसार इसके फायदे या नुकसान देखने को मिल सकते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए टै्रक्टर जंक्शन उत्तरदायी नहीं होगा। आप स्वविवेक से इसके फायदे और नुकसान को समझे और इसका उपयोग अपनी शारीरिक आवश्यकतानुसार करें।
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