भारत के किसानों के दुश्मन बने विदेशी संदिग्ध बीजों के पार्सल

Share Product Published - 10 Aug 2020 by Tractor Junction

भारत के किसानों के दुश्मन बने विदेशी संदिग्ध बीजों के पार्सल

केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को किया सतर्क, नजर रखने के दिए निर्देश

अभी पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण से उबरी भी नहीं है कि एक ओर खतरा मंडराता दिखाई देने लगा है। इस बार ये खतरा कृषि पर है। जी हां, हाल ही में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को विदेशों से आ रहे संदिज्ध बीजों के पार्सल को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार पिछले कुछ महीनों में दुनिया भर में हजारों संदिग्ध बीज खेप को भेजे जाने की सूचना प्राप्त हुई है। इसे लेकर केंद्र ने राज्य सरकारों के साथ-साथ बीज उद्योग और अनुसंधान निकायों को अज्ञात स्रोत से भारत में आने वाले ‘संदिग्ध या अवांछित बीज पार्सल’ के बारे में सतर्क किया है, जो देश की जैव विविधता के लिए खतरा हो सकते हैं।

कृषि मंत्रालय के अनुसार इस संबंध में एक निर्देश जारी किया गया है। पिछले कुछ महीनों में दुनिया भर में हजारों संदिग्ध बीज खेप को भेजे जाने की सूचना प्राप्त हुई है। इन अज्ञात स्रोतों से भ्रामक पैकेज के साथ अनचाहे / संदिग्ध बीज पार्सल का खतरा अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, जापान और कुछ यूरोपीय देशों में पाया गया है। मंत्रालय ने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिकी कृषि विभाग ने इसे बीज बिक्री के फर्जी आंकड़े दिखाने का घोटाला (ब्रशिंग स्कैम) और कृषि तस्करी करार दिया है। एसडीए ने यह भी बताया है कि अनचाहे बीज पार्सल में विदेशी आक्रामक प्रजाति के बीज या रोगजनकों या रोग को पेश करने का प्रयास हो सकता है, जो पर्यावरण, कृषि पारिस्थितिकी तंत्र और राष्ट्रीस सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं।

 

देश की जैव विविधता के लिए खतरा

कृषि मंत्रालय के अनुसार अनचाही या रहस्यमय सीड पार्सल भारत की जैव विविधता के लिए खतरा हो सकता है। इसलिए, सभी राज्यों के कृषि विभाग, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, बीज संघों, राज्य बीज प्रमाणन एजेंसियों, बीज निगमों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के साथ ही फसल आधारित शोध संस्थानों को ‘संदिग्ध बीज पार्सल’ के बारे में सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

निर्देश पर टिप्पणी करते हुए फेडरेशन ऑफ सीड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया के महानिदेशक राम कौंडिन्य ने एक बयान में कहा, अभी यह केवल बिना ऑर्डर के अनधिकृत स्रोतों से आने वाले बीजों के माध्यम से पौधों के रोगों के संभावित प्रसार के लिए एक चेतावनी है। इसे बीज आतंकवाद बताना अभी जायज नहीं होगा।

बीज कौन सी बीमारियां ला सकती हैं, इसकी एक सीमा है। लेकिन फिर भी, यह एक खतरा है। उन्होंने कहा कि ये बीज एक आक्रामक प्रजाति या खरपतवार हो सकते हैं, जो भारतीय वातावरण में स्थापित होने पर देशी प्रजातियों का मुकाबला या उनका विस्थापन कर सकते हैं।

 

 

अमेरिकी कृषि विभाग की चेतावनी

अमेरिकी कृषि विभाग ने कहा है कि पार्सल में भेजे जा रहे बीज इनवेजिव प्लांट्स हो सकते हैं। लोग पार्सल में मिल रहे अज्ञात बीजों को न बोएं। चेतावनी के मुताबिक, ये बीज पर्यावरण और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही यह मामला कृषि तस्करी का भी हो सकता है। इतना ही नहीं इन बीजों के जहरीले होने की भी आशंका जताई गई है और ये राष्ट्रीय सुरक्षा, जैव विविधता और कृषि इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

 

किसान क्या रख सकते हैं सावधानियां

  • हालांकि केंद्र व राज्य सरकारें अपने स्तर पर इन भ्रामक व संदिग्ध बीज पार्सल पर नजर रख रही है। इसके बाद भी किसानों को जागरुक होना बेदह जरूरी है।
  • यदि किसानों को कोई संदिग्ध बीज के पैकिट का पार्सल मिले तो इसे खोले नहीं और इसके बारें में पूरी जानकारी प्राप्त करें। जैसे- ये पार्सल कहां से आया, किसने भेजा आदि। यदि इस बारें में कोई सही जानकारी नहीं मिले तो अपने नजदीकी कृषि विभाग को इसकी सूचना दें।
  • मुफ्त के लालच में ऐसे भ्रामक बीजों को भूल से भी नहीं बोएं क्योंकि हो सकता है आपकी एक छोटी सी भूल पूरे देश के कृषि क्षेत्र पर भारी पड़ जाए। 
  • आपके गांव में जो किसान पढ़े-लिखे नहीं है या कम पढ़े हैं,  उनको इन भ्रामक बीज पार्सल के बारे में बताएं ताकि वे भी जागरुक रहे और ऐसे किसी भ्रामक ‘संदिग्ध बीज का इस्तेमाल करने से बचे।

 

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