Published - 10 Apr 2021 by Tractor Junction
किसान रेल ने सफलतापूर्वक अपने 455 फेरे पूरे कर लिए हैं और इस रेल से करीब दो लाख टन उपज का परिवहन अभी तक किया गया है। इससे किसानों को काफी लाभ पहुंच रहा है। बीते दिनों कृषि एवं किसान कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान रेल संचालन की समीक्षा की। इसमें बताया गया कि किसान रेल से किसानों की उस उपज का दूरदराज क्षेत्रों तक परिवहन किया जा रहा है, जो शीघ्र खराब होने वाली किस्म की होती है। रेलवे द्वारा किसानों को उनकी उपज के भाड़े में छूट प्रदान की जा रही है, वहीं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भी प्रधानमंत्री कृषि संपदा योजना के तहत भाड़े में 50 प्रतिशत सब्सिडी किसानों को प्रदान कर रहा है। अभी तक 455 ट्रिप किसान रेल द्वारा लगभग पौने दो लाख टन उपज का परिवहन किया जा चुका है।
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7 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान रेल योजना की शुरुआत की गई थी। इस ट्रेन के माध्यम से किसानों की फसलों को दूसरे राज्य की मंडी तक पहुंचाने की सुविधा प्रदान की जा रही है। 28 दिसंबर 2020 को इस योजना के अंतर्गत 100वीं रेल पश्चिम बंगाल के शालीमार के लिए महाराष्ट्र के संगोला से रवाना हुई थी जिसे पीएम नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह रेल खेती के लिए पूरी तरह से समर्पित है। इस रेल के माध्यम से पश्चिम बंगाल के किसानों, पशुपालकों, मछुआरों की पहुंच मुंबई, पुणे, नागपुर जैसे बड़े बड़े बाजारों तक हो पाई है। किसान रेल एक कोल्ड स्टोरेज का भी काम करती है। इस रेल में कोई भी जल्दी खराब होने वाली चीज एकदम सुरक्षित रहती हैं।
किसान रेल नासिक से देवलाली से बिहार के दानापुर तक चलती है। यह ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर माल लेने और उतारने के लिए रूकती है। यह विशेष किसान ट्रेन नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खांडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, मणिकपुर, प्रयागराज चियोकी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और बक्सर स्टेशन पर ठहराव करती है। इस ट्रेन से महाराट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों को फायदा हो रहा है।
किसान रेल से फल, फूल, सब्जियां, मांस, दूध, पनीर, अंडा आदि जल्द खराब होने वाली वस्तुओं का परिवहन किया जाता है। इस रेल से माल का परिवहन करने पर किसानों को किराये में 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है।
मीडिया में प्रकाशित खबरों के हवाले से किसान रेल से किसानों का जल्द खराब होने वाला सामान समय पर अन्य राज्यों के मार्केट तक पहुंच रहा है जिससे उन्हें मुनाफा हो रहा है। मध्य रेलवे की ओर से देशभर में और देश के बाहर तक चलाई किसान रेल से लातूर और उस्मानाबाद के किसानों को फायदा हुआ है। इस ट्रेन की खासियत होती है कि एक निश्चित समय में पॉइंट टू पॉइंट डिलीवरी कर दी जाती है। जहां फसल उगती है, वहां बिना स्टोरेज किए सीधे माल ट्रेन में लादकर मंडियों में भेज दिया जाता है। इससे महाराष्ट्र में कई छोटे किसानों को फायदा हुआ है और उनकी आय भी सुधरी है। बीते महीने मार्च में महाराष्ट्र के लातूर और उस्मानाबाद क्षेत्र के छोटे किसानों ने पहली बार कुर्दुवाडी स्टेशन से आदर्श नगर, दिल्ली तक किसान रेल में फूलों का लदान किया गया, जिससे ये फूल नए बाजारों में पहुंचे, नतीजतन उनकी आय में वृद्धि हुई है।
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