प्रकाशित - 07 Jan 2025 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
Kisan Mela 2025 : किसानों को नई कृषि तकनीकों की जानकारी से अवगत कराने और उनकी कृषि संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए कृषि विभाग की ओर से समय-समय पर कृषि मेलों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में कृषि विभाग उत्तरप्रदेश की ओर से जनपद रायबरेली में तीन दिवसीय किसान मेले (Kisan Mela) का आयोजन 8 जनवरी को किया जा रहा है। यह किसान मेला कृषि सूचना तंत्र एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के तहत एग्रीक्लाइमेट जोन विषय पर आयोजित किया जाएगा। यह मेला सुबह 10 बजे से आई.टी.आई. मैदान रायबरेली में लगेगा। कृषि विभाग ने अधिक से अधिक किसानों को इस मेले में शामिल होने की अपील की है।
यूपी के रायबरेली में आयोजित इस किसान मेले में प्रतिदिन किसानों के लिए संगीत टोली और जादूगर के कार्यक्रम हाेंगे। साथ ही मेले में अलग-अलग विषयों पर जानकारी दी जाएगी। इस तीन दिवसीय मेले में होने वाले कार्यक्रम का तिथि वार विवरण इस प्रकार से है-
हाल ही में बिहार सरकार की ओर से पटना के गांधी मैदान में बागवानी महोत्सव 2025 (Horticulture Festival 2025) का आयोजन किया गया। कृषि विभाग द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय बागवानी महोत्सव (Horticulture Festival) में तीन दिन में 50 लाख रुपए के पौधों की बिक्री हुई। इसमें सबसे ज्यादा गुलाब, गेंदा, मनी प्लांट, एंथेरियम और पंसटिया के कई वैरायटी के पौधे बिके। इसके अलावा छत पर बागवानी योजना (Rooftop Gardening Scheme) के तहत 150 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए। बागवानी महोत्सव के अंतिम दिन कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने तीन दिनों में आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। सबसे अधिक पुरस्कार भागलपुर, उसके बाद पटना और वैशाली के किसानों ने जीते।
बागवानी महोत्सव 2025 (Horticulture Festival 2025) के दौरान हुई प्रतियोगिता में 297 विजेताओं को 12 लाख रुपए के पुरस्कार वितरित किए गए। इस दौरान मंत्री ने कहा कि राज्य में साढ़े 13 लाख हैक्टेयर में बागवानी हो रही है। इसका रकबा बढ़ाया जाएगा। क्षेत्र में विशेष फल–फूल व सब्जियों की खेती कराई जाएगी। इस तीन दिवसीय बागवानी महोत्सव में पौधों के बिचड़ाें, बीजो, शहद और मखानों सहित विभिन्न उत्पादों की बिक्री हुई। तीन दिनों में 2 लाख लोग महोत्सव में शामिल हुए। महोत्सव में 788 किसानों ने 100 स्टॉलों पर 1200 से भी अधिक उत्पाद प्रदर्शित किए। सबसे अधिक उत्पाद दिखाने में पहले स्थापन पर पूर्णिमा, फिर वैशाली और अन्य जिले रहे। इस बार कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ नर्सरी, बीज, बिचड़ा, सजावटी पौधों, शहद व मखाना आदि के स्टॉल लगाए गए। इनकी करीब 25 लाख रुपए की बिक्री हुई।
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