Published - 08 Dec 2020 by Tractor Junction
देश के 20 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नए साल की शुरुआत में जनवरी 2021 में ग्रामीण उजाला योजना के तहत न्यू ईयर का गिफ्ट मिलेगा। इन परिवारों को 10 रुपए में एलईडी बल्ब दिए जाएंगे। एक परिवार को 3 से 4 एलईडी बल्ब दिए जाएंगे। जनवरी 2021 से यह योजना देश के 5 शहरों में प्रायोगिक तौर पर शुरू की जाएगी। इसके बाद यह योजना अप्रैल 2021 तक पूरे देश में लागू की जाएगी। ऊर्जा दक्षता को गांवों में ले जाने और बिजली बिल में कमी के जरिये वहां रहने वाले लोगों की बचत बढ़ाने के इरादे से यह योजना शुरू की जा रही है। इस योजना से ऊर्जा बचत के रूप में करीब 50 हजार करोड़ रुपए वार्षिक बचत का अनुमान है।
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सार्वजनिक सेक्टर की कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) जनवरी 2021 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित देश के 5 शहरों के ग्रामीण इलाकों में ग्रामीण उजाला नाम से नई स्कीम शुरू करेगी। पीटीआई की खबर के अनुसार एनर्जी एफिशिएंसी को गांवों में ले जाने और बिजली बिल में कमी के जरिए वहां रहने वाले लोगों की बचत बढ़ाने के इरादे ये यह योजना शुरू की जा रही है।
ग्रामीण उजाला योजना देश में फेज वाइज लागू की जाएगी। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण उजाला योजना जनवरी 2021 के दूसरे सप्ताह से शुरू की जा सकती है। शुरू में इसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी (प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र), बिहार के आरा, महाराष्ट्र के नागपुर, गुजरात के वडनगर और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। योजना को अगले तीन महीने यानी अप्रैल तक पूरे देश में लागू करने की योजना है। इसके तहत ग्रामीण परिवार को 3 से 4 एलईडी ब्लब 10-10 रुपए में उपलब्ध कराए जाएंगे। योजना के तहत लगभग 15 से 20 करोड़ ग्रामीण परिवार के बीच 60 करोड़ एलईडी बल्ब बांटने की योजना है। हालांकि योजना के प्रारंभिक चरण में एलईडी बल्ब की कीमत कुछ ज्यादा हो सकती है। मीडिया में प्रसारित खबरों के अनुसार शुरुआत में बल्ब की कीमत 15 से 20 रुपए के बीच हो सकती है। जब योजना पूरे देश में एक साथ लागू होगी तब बल्ब की कीमत 10 रुपए हो सकती है। अभी इस पर विचार-विमर्श चल रहा है।
बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले उपक्रम एनटीपीसी, पीएफसी, आरईसी और पावरग्रिड की संयुक्त उद्यम कंपनी अभी उजाला कार्यक्रम के तहत 70 रुपये प्रति बल्ब की दर से 36.50 करोड़ से अधिक एलईडी बल्ब का वितरण कर चुकी है लेकिन इसमें से 20 प्रतिशत बल्ब ही ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित हो पाये हैं। ग्रामीण उजाला कार्यक्रम के लाभ के बारे में सूत्र ने कहा कि इस योजना के लागू होने से करीब 9324 करोड़ यूनिट सालाना बचत होगी जबकि 7.65 करोड़ टन सालाना कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। उसने कहा कि इस योजना से ऊर्जा बचत के रूप में करीब 50,000 करोड़ रुपये सालाना बचत का अनुमान है। इससे जहां लोगों की बिजली बिल के रूप में पैसे की बचत होगी वहीं एक सतत और बेहतर जीवन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही एलईडी बल्ब की मांग बढऩे से निवेश भी बढ़ेगा
सूत्र के अनुसार इस कार्यक्रम के लिए केंद्र या राज्यों से कोई सब्सिडी नहीं ली जाएगी और जो भी खर्च होगा, वह ईईएसएल स्वयं करेगी। कार्बन ट्रेडिंग के माध्यम से लागत की वसूली की जाएगी। ईईएसएल ने उजाला कार्यक्रम के अंतर्गत एलईडी बल्ब के अलावा ट्यूबलाइट और ऊर्जा दक्ष पंखों का भी वितरण किया है। इसके प्रमुख कार्यक्रमों में उजाला के अलावा एसएलएनपी (स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम), स्मार्ट मीटर, इलेक्ट्रिक व्हीकल, ईवी चार्जिंग ढांचागत सुविधा आदि शामिल हैं।
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