Published - 16 Apr 2021 by Tractor Junction
किसानों को इस बार सरसों की फसल से काफी फायदा मिल रहा है। बाजार में दाम अच्छे मिलने से किसान इस बार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी सरसों की उपज बेचने में कम ही रूचि दिखा रहे हैं। हाल ही में राजस्थान की बहरोड़ मंडी में किसानों ने 6800 रुपए के भाव से सरसों बेची। अच्छी कीमत मिलने से किसान अपनी सरसों की फसल बेचने के लिए यहां आ रहे हैं। बहरोड़ मंडी में खुली बोली लगाकर किसानों से सरसों की उपज की खरीदी जा रही है। सरसों कारोबार के इतिहास में यह अब तक का सबसे अधिक भाव बताया जा रहा है। व्यापारियों के अनुसार विदेशी आयातित तेल पर रोक लगने से सरसों में तेजी का रूख देखा जा रहा है और आगे भी सरसों के भाव में तेजी की संभावना है। अनुमान है कि सरसों के भाव 7 हजार रुपए से भी उपर जा सकते हैं। गुरुवार को मंडी में 6800 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से सरसों की खरीद की गई। वहीं एनसीडीईएक्स में शुक्रवार को भाव 7000 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। इस तरह सरसों किसानों के लिए इस बार सोना साबित रही है। बता दें कि सरकार ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2021 के लिए सरसों 4650 रुपए निर्धारित किया है जो वर्तमान समय में सरसों के बाजार भाव से बहुत कम है। इससे किसानों का रूझान सरसों को बाजार में बेचने से काफी लाभ मिल रहा है।
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बाजार में सरसों के भाव इस बार ऊंचे हो गए हैं। इससे सरकार को इस बार सरकारी खरीद शुरू करने की जरूरत ही नहीं पड़ रही है। किसान आढ़तियों को ही एमएसपी से अधिक पर सरसों बेच रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो सरसों की प्राइवेट खरीद को लेकर इस बार बड़ा रिकार्ड बनने वाला है। रेवाड़ी जिले में अभी तक दो लाख 10 हजार क्विंटल से अधिक सरसों की प्राइवेट खरीद हो चुकी है। वहीं सरकारी खरीद केंद्र पर सरसों बेचने किसान नहीं जा रहे हैं। बता दें कि रेवाड़ी जिले की सरसों की देशभर में पहचान है। यहां की सरसों पश्चिम बंगाल तक जाती है। जहां सरकार ने इस बार सरसों का समर्थन मूल्य 4,650 रुपए तय किया है जबकि खुले बाजार में 5500 से लेकर 7000 रुपए तक के भाव से बिक रही है। यही कारण है कि इस बार सरकार को सरसों की सरकारी खरीद करने की जरूरत ही नहीं पड़ रही है। किसान आढ़तियों को ही अपनी सरसों बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। मध्यप्रदेशके ग्वालियर-चंबल अंचल के भिंड-मुरैना, श्योपुर, दतिया जिले में पैदा होने वाले पीले सोने (काली सरसों) की बाजार में काफी मांग है। मंडी में किसानों को समर्थन मूल्य 4650 रुपये प्रति क्विंटल से 1350 रुपये ज्यादा यानी छह हजार रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा का भाव मिल रहा है। किसानों की सरसों हाथों-हाथ बिक रही है।
व्यापारियों की मानें तो इस बार सरकार ने विदेशों से पाम आयल के आयात पर रोक लगा दी है। पाम आयल का इस्तेमाल रिफाइंड बनाने में होता है। पाम आयल का आयात बंद है, इसलिए सरसों के तेल की मांग बहुत अधिक हो गई है और सरसों के भाव आसमान छू रहे हैं। सरसों तेल 140 से 155 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। अनुमान है कि सरसों के तेल के भाव इससे भी ज्यादा बढ़ सकते हैं।
तेल उद्योग एवं व्यापार संगठन सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (सीओओआईटी) के बैनर तेल आयोजित 41वीं रबी सेमिनार में व्यक्त किए गए अनुमान के मुताबिक राजस्थान में सबसे अधिक 35 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 15 लाख टन, पंजाब, हरियाणा में 10.5 लाख टन, मध्य प्रदेश में 10 लाख, पश्चिम बंगाल में पांच लाख और गुजरात में चार लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया गया। इसके अलावा दस लाख टन अन्य राज्यों में होने का अनुमान है। कुल मिलाकर 89.50 लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया गया। इसी क्रम में मध्यप्रदेश के भिंड-मुरैना जिले में तीन लाख हेक्टेयर से ज्यादा सरसों की पैदावार का अनुमान है।
\राजस्थान की नोहर मंडी भाव में सरसों का बोली भाव 5900 से 6640 रुपए, श्री गंगानगर अनाज मंडी में सरसों का लाइव बोली भाव 6100 से 6581 रुपए, हनुमानगढ़ मंडी में सरसों का बोली भाव 6587 रुपए, श्री विजयनगर मंडी में सरसों 6576 रुपए, गोलूवाला मंडी में सरसों 6557 रुपए क्विंटल बिकी। इसी प्रकार देवली (टोंक) अनाज मंडी में सरसों 6000-6970 रुपए, झालरापाटन मंडी में सरसों 5800/6400 रुपए, जयपुर मंडी में सरसों का भाव 6500 से 7000 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। वहीं भवानी मंडी में सरसों 5400 से 6300 रुपए, गोलूवाला मंडी में सरसों 6250 से 6435 रुपए, अनूपगढ़ अनाज मंडी में सरसों 6250-6525 रुपए प्रति क्विंटल रहा। नोखा मंडी सरसों/ रायडा 6000 प्रति क्विंटल रहा। इधर हरियाणा ऐलनाबाद मंडी सरसों का बोली भाव सरसों 6200 से 6500 के आसपास रहा। सिरसा मंडी में सरसों का भाव 5900 से 6366 रुपए, सिवानी मंडी में सरसों का भाव 6350 रुपए, आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 6375 रुपए, भट्टू मंडी में सरसों का बोली रेट 6431 रुपए के आसपास चल रहा है।
सरसों खली का मार्केट प्राइस 2800 से 3000 रुपए के आस-पास कारोबार कर रहा है। नेवाई मंडी में सरसों खल का भाव 2800 से 2805 रुपए प्रति क्विंटल, जयपुर मंडी में 2900 से 2910 रुपए, गंगानगर मंडी में 2850 से 2860 रुपए, हिसार मंडी में 2910 से 2925 रुपए, चरखी दादरी मंडी में 2825 से 2850 रुपए, अलवर मंडी में 2900 से 2905, केकड़ी मंडी में 2875 से 2900 रुपए, कोटा मंडी में 2930 से 2950 रुपए, जोधपुर मंडी में 2975 से 2980 रुपए, आगरा मंडी में 2975 से 3001 रुपए, मोरेना मंडी में 2850 से 2875, भरतपुर मंडी में 3025 से 3050, खैरथल मंडी में सरसों खल का भाव 2850 से 2860 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहा है।
पूरे देश में 15 अप्रैल को सरसों की कुल आवक (आमदन) तकरीबन 5.25 लाख बोरी आंकी गई है। इसमें राजस्थान 3.25 लाख, मध्य प्रदेश 25 हजार, उत्तर प्रदेश 65 हजार, हिमाचल प्रदेश 50 हजार, गुजरात 20 हजार और अन्य में 40 हजार बोरी की आवक हुई है।
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