अगस्त माह में करें इन टॉप 5 सब्जियों की खेती, मिलेगा बेहतर मुनाफा

Share Product प्रकाशित - 04 Aug 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

अगस्त माह में करें इन टॉप 5 सब्जियों की खेती, मिलेगा बेहतर मुनाफा

जानें, कौनसी है अगस्त माह में बोई जाने वाली यह सब्जियां और इससे कितना हो सकता है लाभ

अगस्त के महीना सब्जियों के खेती के लिहाज से काफी अच्छा माना जाता है। इस महीने में किसान बहुत सी सब्जियों की खेती कर सकते हैं। सब्जियों की खेती की खास बात यह है कि इसमें लागत कम लगती है और मुनाफा काफी अच्छा होता है। इसके अलावा, सब्जियां कम समय में तैयार हो जाती है। आज बहुत से किसान परंपरागत फसलों के साथ ही सब्जियों की खेती से भी काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। सब्जी की खेती से किसान इसे बेचकर तुरंत पैसा प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में निरंतर कमाई के लिए सब्जियों की खेती काफी अच्छी मानी जाती है।

आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको अगस्त माह में उगाई जाने वाली सब्जियों में से चुनिंदा टॉप 5 सब्जियों की खेती की जानकारी दे रहे हैं जिससे आप काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

टमाटर की खेती (Tomato Cultivation)

टमाटर की खेती (Tomato Cultivation) काफी अच्छी मानी जाती है। टमाटर की मांग बाजार में काफी रहती है। ऐसे में किसान टमाटर की खेती से काफी अच्छा लाभ कमा सकते हैं। टमाटर की उन्नतशील किस्मों में पूसा शीतल, पूसा-120, पूसा रूबी, पूसा गौरव, अर्का विकास, अर्का सौरभ और सोनाली की बुवाई कर सकते हैं। इसके अलावा टमाटर की हाइब्रिड किस्में भी है जिसमें पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा हाईब्रिड-4, रश्मि और अविनाश-2 आदि की बुवाई करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। टमाटर की फसल 65 से 70 दिन में तैयार हो जाती है। यदि बात की जाए टमाटर की खेती से लाभ की तो एक अनुमान के मुताबिक एक हैक्टेयर में टमाटर की 800-1200 क्विंटल तक की पैदावार की जा सकती है। यदि बाजार भाव 10 रुपए प्रति किलो भी होता है और आप 1000 क्विंटल की पैदावार करते हैं तो आप इससे 10 लाख रुपए की कमाई कर सकते हैं।

गोभी की खेती (Cabbage cultivation)

इस माह गोभी की खेती (cabbage cultivation) भी की जा सकती है। गोभी में आप फूल गोभी या पत्तागोभी की खेती कर सकते हैं। इसके भाव भी बाजार में अच्छे मिल जाते हैं। फूलगोभी की उन्नत किस्मों में आप अगेती किस्मों में अर्ली कुंआरी, पूसा कतिकी, पूसा दीपाली, समर किंग, पावस, इम्प्रूब्ड जापानी की बुवाई कर सकते हैं। वहीं मध्यम किस्मों में पंत सुभ्रा, पूसा सुभ्रा, पूसा सिन्थेटिक, पूसा स्नोबाल, के. -1, पूसा अगहनी, सैगनी, हिसार नं. 1 की बुवाई कर सकते हैं। इसे अलावा यदि इसकी पिछेती बुवाई कर रहे हैं तो इसकी पिछेती किस्मों जैसे पूसा स्नोबाल-1, पूसा स्नोबाल-2, स्नोबाल-16 का चयन कर सकते हैं। वहीं यदि पत्ता गोभी की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए आप इसकी पूसा मुक्ता, गोल्डन एकर, पूसा ड्रमहेड, गंगा, के-1, प्राइड ऑफ मार्केट जैसी उन्नतशील किस्मों की बुवाई कर सकते हैं। इसकी फसल 70 से 80 दिन में तैयार हो जाती है। गोभी कीअगेती खेती से एक एकड़ में करीब 100 क्विंटल तक की पैदावार प्राप्त की जा सकती है। यदि मंडियों में गोभी का भाव 20-25 रुपए प्रति किलोग्राम भी हो तो आप बुवाई का खर्च 50,000 रुपए निकालकर 2 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं।

भिंडी की खेती (Okra cultivation)

भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसके भाव मार्केट में बेहतर मिल जाते हैं। इसके भावों में अधिक उतार-चढ़ाव नहीं होता है। ऐसे में भिंड़ी की खेती से भी आप काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। भिंडी की खेती भी आप इस माह अगस्त में कर सकते हैं। इसकी खेती के लिए इसकी उन्नतशील किस्मों में पूसा ए-4, पंजाब-7, पंजाब-8, परभणी क्रांति, हिसार उन्नत, आजाद क्रांति, अर्का अनामिका, वर्षा उपहार, जैसी किस्मों की बुवाई की जा सकती है। भिंडी की खेती यदि अच्छी तरह से की जाए तो इसकी एक एकड़ में 5 लाख रुपए की भिड़ी की बिक्री की जा सकती है। इसमें लागत निकाल दी जाए तो भिंड़ी से कम से कम 3.5 लाख रुपए की कमाई आसानी से की जा सकती है।

मूली की खेती (Radish cultivation)

अगस्त माह मूली की खेती के लिए भी अच्छा होता है। इस माह आप मूली की उन्नत किस्में पूसा हिमानी, पंजाब पसंद, जापानी सफेद, पूसा रेशमी, रैपिड रेड व्हाईट टिपड जैसी अधिक पैदावार देने वाली किस्मों की बुवाई कर सकते हैं। मूली की फसल 50 से 60 दिन में पककर तैयार हो जाती है। एक हैक्टेयर में मूली की खेती से 250 क्विंटल तक की पैदावार प्राप्त की जा सकती है। यदि बाजार भाव 10 या 20 रुपए भी हो तो भी इसकी खेती से किसान लागत निकालकर 1.50 लाख रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं।

पालक की खेती (Spinach farming)

अगस्त के महीने में आप पालक की खेती कर सकते हैं। पालक की मांग भी बाजार में काफी रहती है। इसकी फसल 30 दिन के अंदर तैयार हो जाती है। बरसात के मौसम में मेड विधि से पालक की खेती की जाती है। इससे पालक की फसल पर पानी का असर नहीं होता है। पालक की खेती के लिए आप इसकी उन्नतशील किस्में जोबनेर ग्रीन, ऑल ग्रीन, पंजाब ग्रीन, पूसा ज्योति, पूसा हरित आदि किस्मों की बुवाई कर सकते हैं। यदि कमाई की बात की जाए तो पालक की खेती से एक हैक्टेयर में 150 से 250 क्विंटल तक की पैदावार प्राप्त होती है। यदि बाजार भाव 15 से 20 रुपए किलो भी हो तो आप इसकी लागत का खर्चा निकालकर करीब 1.50 से 2 लाख रुपए की कमाई कर सकते हैं।

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