Published - 13 Oct 2020 by Tractor Junction
किसानों के लिए कभी सूखा तो कभी ओलावृष्टि तो कभी जंगली जानवरों से फसल को नुकसान होता है। इसी बीच एक शोध ने वन्य जीवों से किसानों की फसल को बचाने के लिए एक कारगर प्रयोग किया गया है। शोध में जंगली सूअर, लंगूर और बंदरों के व्यवहार पर अध्ययन किया गया है। इसके बाद एक किसानों के लिए उपयोगी यंत्र तैयार किया गया है। इस यंत्र को जैविक प्रशिक्षण केंद्र मजखाली रानीखेत के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है। वैज्ञानिकों ने तबाह होती फसलों को जंगली जानवरों सुअर, बंदर और लंगूरों से बचाने की उम्मीद जगाई है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस यंत्र के प्रयोग से ये जानवर खेत की ओर नहीं आएंगे और यदि आएंगे तो इस यंत्र के प्रयोग से भाग जाएंगे।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
इस यंत्र के पंखे से टकरा कर कनस्तर, थाली और टिन की अलग-अलग आवाजें वन्य जीवों को फसल से दूर भगाने में सहायक होगी। उत्तराखंड के जैविक कृषि प्रशिक्षण केंद्र के फार्म में इसका प्रयोग सफल रहा है। अब बिजली चलित यंत्र को सब्जी और फल उत्पादक गांवों में लगाने की तैयारी की जा रही है। खास बात यह है कि इस डिवाइस के लगने के बाद यंत्र को ब्लूटूथ से कनेक्ट कर सकते हैं। इसके लिए दिल्ली में एक आईटी कंपनी से बात चल रही है।
इस यंत्र के खंभे के ऊपरी सिरे पर पंखा लगाया गया है। इस पर वन्य जीवों के लिए थाली या टिन बांधी जाएगी। इसके बाद पंखा चालू कर दिया जाएगा। जब वन्य जीव फसल के आसपास आएंगे, तो उसी समय थाली, टिन या कनेस्तर जोर से बचने लग जाएगा। इसमें खास बात यह है कि आवाज अलग-अलग प्रकार की होगी ताकि वन्य जीव एक आवाज को सुनकर उसके आदि न हो।
किसानों की मदद के लिए बनया गए इस यंत्र को मजखाली या रानीखेत का नाम दिया जाएगा। शोध कर्ता वैज्ञानिकों के अनुसार इस कृषि यंत्र को जंगली जानवर भगाओ या किसान मजखाली मित्र पंखा नाम दिया जाएगा।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।