प्रकाशित - 11 Apr 2025
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
Mustard MSP 2025: किसानों के लिए खुशखबर है। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में सरसों की खरीद शुरू हो गई है। हाल ही में राज्य के मुख्यमंत्री ने सरसों की खरीद का शुभारंभ करते हुए किसानों से एमएसपी पर सरसों का विक्रय करने का आह्वान किया है ताकि किसानों को सरसों पर बढ़े हुए एमएसपी का लाभ मिल सके। जैसा कि राजस्थान में सरसों की कटाई के बाद से ही किसान सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर खरीद की राह देख रहे थे, इसी बीच राज्य सरकार ने सरसों की खरीद का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों और व्यापारियों से बातचीत की और कहा कि किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलवाना हमारा लक्ष्य है। सरकार एमएसपी पर खरीद कर किसानों के बैंक खातों में सीधा भुगतान समय पर सुनिश्चित कर रही है।
राजस्थान सरकार की ओर से इस साल 13 लाख 22 हजार मीट्रिक टन सरसों की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरकार किसानों से केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए निर्धारित किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5,950 रुपए प्रति क्विंटल की दर से सरसों की खरीद करेगी। इसके अलावा किसानों से एमएसपी पर चने की खरीद भी की जाएगी जिसका एमएसपी रेट 5,650 रुपए प्रति क्विंटल है।
इस साल सरकार ने एमएसपी पर खरीद के लिए प्रति किसान 40 क्विंटल सीमा तय कर दी है, जो पहले 25 क्विंटल थी। अब प्रत्येक किसान 15 क्विंटल अधिक सरसों को एमएसपी पर बेच सकेंगे। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के किसान अधिक से अधिक एमएसपी पर अपनी सरसों बेचकर लाभान्वित हो सकेंगे।
यदि बात करें राजस्थान में सरसों के बाजार भाव की तो इस समय यहां की मंडियों में सरसों के बाजार भाव अलग–अलग मंडियों अलग– अलग चल रहे हैं। किसी मंडी में भाव एमएसपी से ऊपर है तो कहीं इसके बराबर या इससे कम चल रहा है। कमोडिटी ऑनलाइन बाजार भाव के अनुसार राजस्थान की प्रमुख मंडियों में सरसों का भाव इस प्रकार से है:
जिन जिलों की मंडियों में भाव एमएसपी से कम चल रहे हैं, वहां के किसानों को एमएसपी पर सरसों बेचने से फायदा हो सकता है, जबकि जिन मंडियों में भाव एमएसपी से अधिक मिल रहा है, वहां के किसानों को बाजार में सरसों बेचने से मुनाफा हो सकता है। ऐसे में किसानों को बाजार भाव पर नजर रखते रहना चाहिए ताकि वे अपनी सरसों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सके। हालांकि बाजार भाव में प्रतिदिन उतार–चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में किसानों को सरसों की बिक्री से पहले अपने क्षेत्र की स्थानीय मंडी से बाजार भाव की जानकारी लेनी चाहिए ओर उसके बाद ही अपनी सरसों बेचने के संबंध में उचित निर्णय लेना चाहिए।
राजस्थान के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर अपनी सरसों की फसल बेचने के लिए ई–मित्र के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं। सरसों के लिए पंजीयन 1 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं और 10 अप्रैल से सरसों की खरीद शुरू हो गई है। सरसों के लिए पंजीकरण कराने के लिए किसानों को गिरदावरी और बैंक पासबुक की आवश्यकता होगी। इसकी कॉपी किसानों को पंजीकरण फार्म के साथ अपलोड करनी होगी। किसान अपनी फसल को बेचने के लिए अपने क्षेत्र के क्रय–विक्रय या ग्राम सेवा सरकारी समिति केंद्र पर जा सकते हैं।
राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद बायोमीट्रिक अभिप्रमाणन के आधार पर की जाएगी। सरसों की खरीद के बाद इसका भुगतान किसानों को उनके जनआधार कार्ड से जुड़े बैंक खाते में ऑनलाइन किया जाएगा। खरीद केंद्रों पर किसानों को उपज बेचने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिए इस बार एक प्रबंधक को एक ही केंद्र की जिम्मेदारी दी गई है। राजफेड में कॉल सेंटर 1800-180-6001 स्थापित किया गया है। खरीद प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी सामाने आने या किसानों को परेशानी हुई तो संबंधित उप रजिस्ट्रार व मैनेजर की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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